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How to prepare for CG PSC Exam in Hindi CG PSC Exam की तैयारी कैसे करें
अक्सर कई विद्यार्थी क्लास और क्लास के बाहर CG PSC की तैयारी के विषय में जानना चाहते है , परीक्षार्थी कुछ विशेष बातों पर ध्यान दें…. PSC की तैयारी करने की इच्छा रखने वाले हर प्रतियोगी के समक्ष कुछ समस्यायें आती हेैं जैसे कि –
1 .कैसे तैयारी करें
2 .क्या पढ़ें /कौन सी किताबें पढ़ें
3. कितना पढ़ें
4. कोचिंग ज्वाइन करें या ना करें
5. कोचिंग के नोट्स से पढ़ें या किताबों से पढ़ें
6. नोट्स कैसे बनायें
7. सटीक उत्तर लेखन का अभ्यास कैसे करें
8. कितना समय पर्याप्त है तैयारी हेतु
9. सफलता की कितनी सम्भावना है
1 . कैसे तैयारी करें (How to prepare for CG PSC Exam)
प्रथम चरण – सर्वप्रथम आप मानसिक रूप से दृढ़ निश् चय हों स्वयम् पर यकीन करें कि आप यह कर सकते हैं । कान्फीडेन्स अत्यंत आवश्यक है।
द्वितीय चरण – सिलेबस / पाठ्यक्रम का गहन अध्ययन करें। पाठ्य क्रम के अध्ययन से आपको स्थूल रूप से एक दिशा प्राप्त हो जाएगी।अगर आपको सम्पूर्ण पाठ्यक्रम समझ में आ गया एवं इसे आपने आत्मसात कर लिया है तो आपकी तैयारी का यह चरण पूरा हुआ।
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तीसरा चरण – समय सारणी बनायें । समय सारणी बनाते समय दो बातों का ध्यान रखें पहला यह कि सम्पूर्ण सिलेबस आपको छह माह में पूरा करना है ताकि आपको रिवीज़न का पर्याप्त समय प्राप्त हो सके दूसरा यह कि आप प्रतिदिन कितना समय दे सकते हैं तथा आप अपने आत्मसात करने की सीमा का भी ध्यान रखें। समय सारणी के अनुसार नियमित रूप से अध्ययन करें।नियमित रूप से अनुशासन बद्ध होकर अध्ययन करे बिना आप सफलता का स्वाद नही चख़ सकते। माडल समय सारणी हमारी वेब साइट पर उपल्बध है। आप इसके अनुसार स्वयम् की समय सारणी बनायें ।
2. क्या पढ़ें (What to study for CG PSC)
चतुर्थ चरण – अध्ययन सामग्री का सावधानी पूर्ण चयन अत्यंत आवश्यक है यदि आप द्वारा चयनित अध्ययन सामग्री त्रुटिपूर्ण या स्तरहीन है तो आप का समय कैरियर एवं सम्पूर्ण भविष्य दांव पर है। स्तरीय पाठ्यसामग्री के चयन हेतु चयनित व्यक्तियों, गुरूजनों , विभिन्न मासिक पत्रिकाओं में प्रकाशित टापर्स के साक्षात्कार आदि का अध्ययन करें। परंतु किताबों का चयन करते समय अपनी बुद्धि का भी प्रयोग करें।ऐसा न हो कि किताबें आप को समझ में ना आयें ।
3. कितना पढ़ें (How much to study/read for CG PSC)
- प्रतिदिन एक स्तरीय दैनिक समाचार पत्र के सम्पादकीय, राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय घटनाओ और खेल समाचारों का अध्ययन करें। लोकल समाचारों पर अधिक समय न व्यतीत करें । इंटरनेट के समाचारों को अध्ययन का आधार न बनायें। सुबह एवं रात्रि के समय आकाशवाणी के सामाचार भी सुनें इसका लाभ यह होगा कि आप को समाचार स्मरण हो जायेगे ‘।
- प्रतिदिन जब समय सारणी के अनुसार कोई टापिक समाप्त हो जाए तो उसका रिवीज़न अवश्य करें साथ ही उस टापिक से आए प्रश्नों को हल करें साथ ही आप स्वयम् उस टापिक से संभावित प्रश्नों की एक सूची बनायें।
4. कोचिंग ज्वाइन करें या ना करें? (Coaching for CG PSC)
यह निर्णय लेने के पूर्व कोचिंग संबधी लाभ एवं हानियों की तुलना कर लें ।
कोचिंग ज्वाइन करने के लाभ (benefits of joining coaching for CG PSC Exam)–
- समय की पाबंदी – यह कोचिंग का सर्वप्रमुख लाभ है आप नियमित रूप से अध्ययन कर पायेंगे । एकांत अध्ययन हो सकता है आप नियमित न कर पायें क्योंकि घर पर बैठने से आपके परिवार वाले , सगे संबधी , मित्रगण, पड़ोसी आदि लोग आपको फालतू या खाली समझने लगते हैं । या आप स्वयम् भी कहीं और व्यस्त हो सकते हैं। कोचिंग लेने से आप इन समस्याओं से कुछ हद तक छुटकारा पा सकते हैं।
- प्रतियोगी भावना – कोचिंग का यह लाभ है कि आप अपने साथ पढ़ने वालों से बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं अतः आप अधिक मेहनत करते हैं ।
- मार्गदर्शन – कोचिंग के अध्यापकों को कई वर्षों का अनुभव होने के कारण वह आपको उचित मार्गदर्शन दे सकते हैं।
- अपडेट्स – आप अपने कोचिंग के साथियों द्वारा तथा कोचिंग द्वारा करेंट ट्रेंडस् से परिचित रहते है
कोचिंग ज्वाइन करने की हानियाँ –
- कोचिंग की महंगी फीस – रायपुर बिलासपुर या दिल्ली जैसे शहरों में ग़रीब छात्रों के लिए फ़ीस कभी कभी चुनौती बन जाती है ।
- व्यक्तिगत मार्गदर्शन नही – बैच या क्लास के दौरान कई बार विद्यार्थी उपेछित महसूस करते है ।
5. कोचिंग के नोट्स से पढ़ें या किताबों से पढ़ें ? (Coaching notes for CG PSC)
जहाँ तक संभव हो स्टैंडर्ड / मानक किताबों का ही अध्ययन करें । कोचिंग के नोट्स से केवल उन ही टापिक्स का अध्ययन करें जिस टापिक पर किताबें उपल्बध न हों या टापिक आप की समझ में न आया हो। कोचिंग के नोट्स या उनकी फोटोकापी के संग्रह से बचे |
6. नोट्स कैसे बनायें |( How to prepare notes for CG PSC)
कई सफल छात्र कभी नोट्स बनाते ही नही पर इसका अर्थ यह नही कि आप भी ऐसा ही करें । नोट्स बनाने के निम्न लाभ हैं-
- a. रिवीजन में समय कम लगता है।
- b. आत्मविश्वास आता है कि मै़ कम से कम इतने टॉपिक्स पूरे कर चुका हूँ। पर अपने नोट्स का रिवीज़न भी करते रहें नहीं तो यह आत्मविश्वास कब ओवरकान्फिडेंस में बदल जायेगा आपको पता ही नहीं चलेगा।
- c. लिखने की प्रैक्टिस हो जाती है
नोट्स बनाने के अन्य भी कई लाभ हैं- जो आप समय के साथ स्वयम् समझ जायेंगे।
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नोट्स बनाने के लिये निम्न बातों का ध्यान रखें
- काले या नीले पेन का प्रयोग करें । पेन की लिखावट अधिक मोटी या अधिक महीन न हो।
- नोट्स आप अपने लिये बनाना है अतः नोट्स बनाते समय उन तथ्यों को ही लिखें जो आपके लिये नये हों या जो आप भूल सकते हों।. भारत की राज़धानी दिल्ली में है जैसे तथ्यों को नोट्स में लिखने से कोई लाभ नहीं । वाहवाही पाने के लिये सोशल मीडिया में अपने नोट्स शेयर करने से बचें । सीनियर्स या मित्रों की राय जानने का प्रयास अवश्य करें।
- नोट्स मानक किताबों से ही बनायें ।. किसी शंका की स्थिति में संबंधित सरकारी विभाग की वेब साइट या इंटरनेट की सहायता लें।
- परिवर्तनशील विषयों के नोट्स बनाते समय पर्याप्त स्थान छोड़ दें|
7. सटीक उत्तर लेखन का अभ्यास कैसे करें (How to write perfect answer in CG PSC Exam)
मुख्य परीक्षा में अधिक अंक पाने में सटीक उत्तर लेखन की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है. सटीक उत्तर लेखन आपके विचारों तथा आप की विषयों पर पकड़ तथा समझ को व्यक्त करता है. यही वह माध्यम है जिससे आपको परीक्षक को प्रभावित करना है.
उस पर अपनी प्रतिभा की धाक जमानी है. जिससे कि वह आपको अधिक अंक प्रदान करें।
- आप का लेखन धर्म , जाति ,वर्ण , दल,लिंग एवं सामाजिक कुरीतियों से स्वतंत्र होना चाहिये। यहांँ इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जिस धर्म , जाति ,वर्ण , दल ,लिंग के हैं उस के कुछ प्रभाव आप पर अवश्य होंगे अतः निरपेक्ष सोच विचारों का प्रयत्न करें। वरना इसका छाप आप के उत्तर लेखन में अवश्य प्रकट होगा ।
- शब्दों एवं विचारों के दोहराव से बचें ।
- कम से कम शब्दों में लिखने का प्रयास करें । मित्रों से वार्तालाप करते समय भी अपशब्दों का प्रयोग न करें तथा कम से कम शब्दों में अपनी बात करने का प्रयास करें। किसी लेख साहित्य को पढ़ते समय या किसी की बात सुनते समय यह सोचें कि क्या यह बात कम शब्दों में,अधिक सरल तरीके से ,अधिक प्रभावशाली तरीके से कही जा सकती है?. यह एक आवश्यक अभ्यास है जिससे न केवल आप सटीक उत्तर लेखन में सक्षम होंगे अपितु आप को निबंध के विषय की भी अतिरिक्त तैयारी नहीं करना पड़ेगी।
- विशेषज्ञ बनने का प्रयास न करें । अर्थात अत्याधिक क्लिष्ठ भाषा या अत्य्ंत साहित्य लेख न लिखें ।
8. कितना समय पर्याप्त है तैयारी हेतु ( Time needed to prepare for CG PSC)
12 माह से 15 माह तक का समय लग सकता है।
9. सफलता की कितनी सम्भावना है (Chances of selection in CG PSC)
यदि आप नियमित अध्ययन करते हैं और उपरोक्त बातों का ध्यान रखते हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी .। अंतमें इस बात का जीवन में सदैव ध्यान रखे कि अर्जुन और दुर्योधन दोनों के गुरु एक ही थे अर्थात द्रोणाचार्य , लेकिन दोनो के व्यक्तित्व और उपलब्धियाँ अलग अलग है ……….
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